ब्यूरो रिपोर्ट। होली का त्योहार सभी लोग बहुत ही हर्षोउल्लास के साथ मनाते हैं। इस साल होली 10 मार्च को मनाई जाएगी। रंगों के इस त्यौहार का हर किसी को बेसब्री से इंतज़ार रहता है। हो भी क्यों नहीं कहा जाता है कि इस दौरान हर कोई अपने तमाम तरह के गिले शिकवे भुलाकर सामने वाले को रंग लगाता है और गले लगाता है। यही कारण है कि न केवल देश में बल्कि विदेशों में भी होली का त्यौहार धूम-धाम से मनाया जाता है। होली के एक दिन पहके होलिका दहन किया जाता है। इस बार नौ मार्च को होलिका दहन किया जायेगा।होलिका दहन के दौरान जीवन से वास्तु दोष को भी आप दूर कर सकते हैं आज हम आपको इसी के बारे में बताएंगे।
होलिका दहन के दौरान होलिका देवी की पूजा की जाती है, जिससे जीवन में हर तरह की नैगेटिविटी दूर हो और जीवन में केवल सकारात्मकता का वास हो तो जाहिर सी बात है अगर बात नकारात्कता की हो रही है तो इसका कहीं न कहीं वास्तु से कोई संबंध तो होगा ही। इसके लिए पूजा के दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना अधिक आवश्यक होता है। अगर इनका ख्याल रख लिया जाए तो व्यक्ति के जीवन में पैदा वास्तु दोष हमेशा हमेशा के लिए खत्म हो जाता है।
इस विधि से करें पूजा तो वास्तु के दोष का होगा निवारण :
होलिका दहन के शुरू होती अग्नि के पास जाएं, अग्नि को प्रणाम करने का बाद भूमि पर जल अर्पित करें। अब अग्नि में गेंहू की बालियां, गोबर के उपले, और काले तिल के अर्पित करें और अग्नि की परिक्रमा कम से कम 3 बार ज़रूर करें। फिर अपनी समस्त मनोकामनाओं के साथ-साथ अपनी जीवन में पैदा वास्तु दोषों की मुक्ति के लिए अग्नि के आगे प्रार्थना करें। होलिका की अग्नि की राख से स्वयं का और घर के समस्त लोगों का तिलक करें, इससे जीवन में पैदा नकारात्मकता खत्म हो जाती है। बेहतर स्वास्थ्य के लिए अग्नि में काले तिल के दाने अर्पित करें। कोई लंबी बीमारी से मुक्ति पाने के लिए अग्नि में हरी इलाइची और कपूर डालें। अपार धन की चाहत को पूरा करने के लिए होलिका की अग्नि में चन्दन की लकड़ी अर्पित करें। जीवन में अच्छा रोज़गार पाने के लिए पीली सरसों के दाने अर्पित करें तो वहीं शीघ्र विवाह के लिए या वैवाहिक जीवन की परेशानियों को जड़ से खत्म करने के लिए होलिक की अग्नि में हवन सामग्री चढ़ाएं। जीवन में फैली नकारात्मक ऊर्जा को खत्म करने के लिए होलिका की अग्नि में काली सरसों के दाने चढ़ाएं।
