ब्यूरो डेस्क। मोबाइल टावर लगाने के नाम पर आए दिन धोखाघड़ी के मामले सामने आ रहे हैं। संबंधित व्यक्ति ट्राई (भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण) का नाम लेकर लोगों को लाखों का चूना लगाकर चंपत हो जा रहे हैं। इस धोखाघड़ी से बचने के लिए ट्राई ने विज्ञापन जारी किया है। विज्ञापन के माध्यम से ट्राई ने लोगों को जागरुक करने की कोशिश की है।
ट्राई ने बताया है कि संस्था किसी भी प्रकार का मोबाइल टावर लगवाने का कार्य नहीं करती, ना ही उनके द्वारा किसी व्यक्ति को मोबाइल टावर इंस्टालेशन के लिए भेजा जाता है। संस्था किसी भी प्रकार से लीज अथवा किराए पर जमीन या घर नहीं लेती। वहीं ट्राई ने बताया है कि ऐसे कार्यों के लिए लगने वाले एनओसी(नो ऑब्जेक्सन सर्टिफिकेट) को भी संस्था द्वारा जारी नहीं किया जाता।
ट्राई ने बतया है कि ऐसे फ्राड लोगों को कई तरह से लालच दे सकते हैं। जिसमें वो कहते हैं कि वो विज्ञापन के जरिये समाचार पत्रों में छपवाएंगे। लोगों को नकली कागज दिखाकर पैसे की डिमांड कर सकते हैं। ट्राई ने बताया है कि जैसे ही लोग फ्रॉड के खाते में पैसे भेजते हैं वैसे ही वो लोग पैसे लेकर भाग जाते हैं। इसको लेकर ट्राई ने लोगों को जागरुक करने की कोशिश की है।
