गाजीपुर। जिले की रामलीला 400 साल पुरानी है। यहां के रामलीला की खास बात ये है कि प्रत्येक वर्ष रावण की ऊंचाई में 3 इंच का इजाफा किया जाता है। इस बार रावण की लम्बाई पिछली बार की तुलना में 3 फुट ज्यादा है। वहीं रामनगर, चित्रकूट और गाजीपुर की रामलीला का मंचन एक साथ शुरू हुआ था।
शहर के लंका मैदान के हॉल में विकराल रावण बनाया जा रहा है। खास बात यह है की विजयादशमी के ही दिन रावण शहर के ज्यादातर इलाको में नजर आएगा। इस बार रावण का 10 फुट लंबा जूता बनाया गया है। साथ ही रावण के सर पर छतरी भी लगी होगी, जिसमें एलईडी बल्ब लगाए जाएंगे। साथ ही रावण के मुंह में दो लाउडस्पीकर भी लगाए जाएंगे, जिससे रावण का पुतला बोल सके।
छोटू प्रजापति ने बताया कि ढाई महीने से रावण के निर्माण का काम चल रहा है, जिसमें 5 कारीगर लगातार लगे हुए हैं। रावण के निर्माण मे 70 बांस, 90 किलो पेपर, चार जिस्ता रिम पेपर का प्रयोग किया गया है और मैदे से लेई भी बनाई गई है। उन्होंने बताया कि रावण को सजाने के लिए कोलकाता के कुम्हार सजावट का सामान ले आये है। साथ ही रावण के साथ ही अन्य पुतलों को बनाने में तीन लाख से ज्यादा का खर्च लग जाता है। छोटू ने बताया कि रामनगर के कारीगरों द्वारा पुतलों में बम फिट किया जाएगा।
