ब्यूरो डेस्क। मौसम बदलने के साथ ही लोगों की तबीयत तेजी से खराब होने लगती हैं और सभी लोग डॉक्टर के चक्कर लगाने शुरू कर देते हैं। इसको लेकर एम्स भोपाल लम्बे समय से शोध कर रहा है। शोध में पाया गया कि आयुर्वेदिक एंटीबायोटिक दवाएं फीफाट्रोल को स्टैफिलोकोकस प्रजाति के बैक्टीरिया के साथ ही एक और बैक्टीरिया के खिलाफ असरदार है।
जानकारी के अनुसार एंटीबायोटिक दवाओं के अनियंत्रित इस्तेमाल से बैक्टीरिया और वायरस में प्रतिरोध क्षमता पैदा हो गयी है। ऐसे में आयुर्वेदिक एंटीबायोटिक दवाएं इनका विकल्प साबित हो सकती है। एम्स भोपाल के अध्ययन में एक दवा फीफाट्रोल को एक प्रमुख बैक्टीरिया के खिलाफ प्रभावी पाया गया है।
बता दें कि स्टैफिलोकोकस बैक्टीरिया त्वचा, श्वसन व पेट संबंधी संक्रमणों के लिए जिम्मेदार हैं। जिन लोगों का प्रतिरोधक तंत्र कमजोर होता है उनमें इसका संक्रमण घातक हो सकता है। वहीं एमिल फार्मास्यूटिकल्स से निर्मित फीफाट्रोल 13 जड़ी बूटियों से तैयार एक एंटी माइक्रोबियल सोल्यूशन है। इसमें पांच बूटियों की प्रमुख हिस्सेदारी है।
