रिपोर्ट- नीरज सिंह
जौनपुर। पिछले दिनों हुई बारिश से लोगों की मुसीबतें लगातार बढ़ती जा रही हैं। बारिश की वजह से बसुही नदी फिर उफान पर आ गई थी। वहीं अब नदी का पानी कम होने लगा है, लेकिन पानी कम होने के साथ ही महामारी बीमारी फैलने का खतरा बढ़ गया है। साथ ही डीएम ने पिछले दिनों बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर आर्थिक मदद देने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए थे, लेकिन अधिकारीयों ने डीएम के आदेश को भी अनसुना कर दिया।
बता दें कि बाढ़ से कई गांव प्रभावित हो गए थे। गांव में दैनिक उपयोग का सामान लेने के लिए लोगों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही हैं। बाढ़ की वजह से स्कूलों और गौशाला में पानी भर गया है। साथ ही बाढ़ राहत शिविर न होने की वजह से कुछ लोगों को स्कूलों में शरण लेना पड़ा था, लेकिन अब पानी घटने के साथ ही महामारी बीमारी का भी खतरा बढ़ता जा रहा है।
डीएम ने रविवार को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया था। आपूर्ति विभाग और कोटेदार को आदेश दिया था कि पीड़ितों को राहत सामग्री मुहैया करायी जाए। बाढ़ पीड़ितों को एम्बुलेंस, चिकित्सा, दवा और राशन की व्यवस्था कराने के लिए जिम्मेदार अधिकारीयों को निर्देश दिया गया था, लेकिन डीएम के आदेश के बाद भी राहत सामग्री नाकाफी साबित हो रही है।
बाढ़ पीड़ित शारदा ने बताया कि हम लोग प्रह्लाद के पूरा स्कूल में शरण लिए हुए हैं। वहीं अब तक कोई भी राशन सामग्री अभी तक नहीं मिली है। दूसरी ओर कोटेदार ने भी राशन देने से मना कर दिया है। ऐसे में भूखमरी जैसे हालत हो गए है।
