जौनपुर। वीरबहादुर पूर्वांचल विश्वविद्यालय के पीएचडी शोध छात्र ने परीक्षा परिणाम में धांधली का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन के माध्यम से मांग करते हुए छात्र ने कहा कि परीक्षा परिणाम में 3000 से ज्यादा छात्र छात्राएं सम्मिलित हुए थे। इसका परिणाम 20 सितंबर को आना था, लेकिन विश्वविद्यालय की काली मंशा की वजह से परिणाम एक सप्ताह देरी से घोषित किया गया।
शोध छात्र दिव्यांश ने अपनी मांग में कहा कि परिणाम घोषित हुआ, तो जिसमें जो अभ्यर्थी पास है उन्हें 1 सप्ताह बाद पुनः रिजल्ट वितरित कर सेल दिखाया गया। इससे हम छात्रगण काफी आक्रोशित हैं। इस बाबत जानकारी लेने पर विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से इस पर कोई बात नहीं की जा रही। इससे साफ साबित होता है कि इसमें धांधली हुई है।
इस दौरान अभ्यार्थी दिव्यांश ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा 8 सितंबर 2019 आयोजित की गई। इसमें लगभग 3 से ज्यादा छात्र-छात्राएं शामिल हुए है, जिसमें रिजल्ट आने पर 100 से ज्यादा अभ्यर्थियों को पास किया गया है। इस पर पुनः रिजल्ट घोषित कर 100 से ज्यादा अभ्यर्थियों को फेल करने का काम किया गया। इसको लेकर हम लोगों ने डीएम के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने का काम किया गया है। साथ ही इसकी जांच करा कर इसका निष्पक्ष रिजल्ट घोषित करने की बात कही गयी। साथ ही छात्रों ने कहा कि जब तक काम नहीं होगा। तब तक हम लोग आमरण अनशन करते रहेंगे।
