गाजीपुर। सूबे की योगी सरकार यूपी बोर्ड के कायाकल्प और नकल विहीन परीक्षा को लेकर मुस्तैद है। परीक्षा हॉल को सीसीटीवी कैमरे और रिकॉर्डिंग माइक से लैस किया जा चुका है। वहीं यूपी बोर्ड के पाठ्यक्रम भी बदल चुके हैं, लेकिन अब तक परीक्षा का कलेवर नहीं बदला है। गाजीपुर में बोर्ड की परीक्षाओं के समय छात्रों को होने वाली परेशानियों के मद्देनजर बोर्ड परीक्षाओं से पहले सीबीएसई बोर्ड की तर्ज पर प्री बोर्ड परीक्षा कराई जाएगी। वहीं पहली बार प्री बोर्ड एग्जाम को लेकर छात्र भी काफी उत्साहित हैं।
गाजीपुर जिला प्रशासन द्वारा यह नया प्रयोग किया जा रहा है। ताकि छात्र बोर्ड एग्जाम से पहले खुद की तैयारियां और बेहतर कर सकें। साथ ही अपनी कमियों को समय से पहले जानकर दुरुस्त कर सकें। बोर्ड परीक्षा से पहले हाईस्कूल व इंटरमीडिएट विद्यार्थियों में एक डर सा बना रहता है। जिसको लेकर वो काफी तनाव में होते हैं। छात्रों का कहना है कि प्री बोर्ड से उनको आने वाले बोर्ड एग्जाम में काफी आसानी होगी। प्रश्न पत्र के तौर तरीके और प्रारूप के बारे में पहले जान सकेंगे। साथ ही वह अपनी कमियों को भी दूर कर पाएंगे।
डीआईओएस डा. ओपी राय ने बताया कि उनके द्वारा यह नया प्रयोग किया जा रहा है। यूपी बोर्ड परीक्षा से पहले परीक्षार्थियों की एक प्री-बोर्ड परीक्षा कराई जाएगी। इससे परीक्षार्थी अपनी क्षमता का आंकलन कर सकेंगे और पूरी तैयारी से बोर्ड परीक्षा में बैठेंगे। इससे बोर्ड परीक्षा का डर भी उनके मन से जाता रहेगा। इसके लिए पूरी कार्य योजना बना दी गई है। पाठ्यक्रम दिसंबर तक समाप्त करा दिया जाएगा। प्री बोर्ड परीक्षा जनवरी के फर्स्ट वीक में कराई जाएगी ताकि उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कर छात्रों को उनकी कमियों के बारे में बताया जा सके।
