वाराणसी। कोरोना के टीकाकरण को लेकर शासन स्तर से पूरी तैयारियां चल रही हैं। 16 जनवरी से टीकाकरण की शुरुआत भी होने जा रही है, लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में जिस तरह की व्यवस्थाएं हैं, वह कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़ा करने वाली है। दरअसल बुधवार को जिस गाड़ी से वैक्सीन कोल्ड चेन तक पहुंचाई गई वह गाड़ी ही अनफिट थी।
वाराणसी में वैक्सीनेशन की तैयारियां जोरों पर हैं। इसके पहले dry-run भी किया गया है। ड्राई रन में भी कई खामियां देखने को मिली। इसी बीच बुधवार को कोरोना की वैक्सीन वाराणसी एयरपोर्ट पहुंची। एयरपोर्ट से वैक्सीन को शहर में लाने के लिए जिस गाड़ी में वैक्सीन को रखा गया, वह गाड़ी अनफिट थी। गाड़ी संख्या यूपी 65 एजी 0021 से वैक्सीन को एयरपोर्ट से शहर में लाया गया। देखने से ही वह जर्जर व्यवस्था में मालूम पड़ती थी, लेकिन जब उसके नंबर से जांच की गई तो पता चला कि गाड़ी सिर्फ जर्जर दिख ही नहीं रही है, बल्कि इसका फिटनेस भी खत्म हो चुका है।
आरटीओ के एम परिवहन ऐप के मुताबिक वाहन का फिटनेस सर्टिफिकेट मई 2006 में जारी किया गया था, जो दिसंबर 2006 को समाप्त हो गया। उसके बाद से इस वाहन को आरटीओ को ओर से फिटनेस प्रमाणपत्र नहीं मिला। अब इसी अनफिट वाहन से प्रशासन ने कोरोना वैक्सीन को एयरपोर्ट से चौकाघाट वैक्सीन सेंटर तक पहुंचाया है। देखने की बात होगी कि अधिकारी इस लापरवाही पर किसे जिम्मेदार मानते हैं और फिर कब तक उसपर कार्रवाई होती है।
