रिपोर्ट : मो.आसिफ
वाराणसी। दीनदयाल उपाध्याय राजकीय अस्पताल में बीती रात कैंसर पीड़ित मरीज की मौत हो गई। मरीज के मौत से परिजन भड़क उठे और अस्पताल में तोड़फोड़ करने लगें। इस दौरान टूटे हुए शीशे से वहां पर मौजूद एक नर्स का हाथ और पैर जख्मी हो गया। परिजनों का आरोप है कि मरीज को समय रहते ऑक्सीजन नहीं लगाया गया, जिससे उसकी मौत हो गई। इस पूरे घटनाक्रम से आक्रोशित नर्स आज कार्य बहिष्कार कर धरने पर बैठ गईं हैं। हालांकि घटना को काफी समय बीत गया है,लेकिन अभी तक मौके पर कोई भी आला अधिकारी नहीं पहुंचा है।
देर रात हुई इस घटना से आक्रोशित नर्सों ने बुधवार को कार्य बहिष्कार कर दिया और धरने पर बैठ गई हैं। स्टॉफ नर्स कृति सिंंह का कहना रहा कि हम लोग रात की ड्यूटी में थे और जैसे ही दूसरे नर्सों से हमने अपने हाथ में चार्ज लिया तो सब सही था। डॉक्टर मरीज की जांच कर के गए थे कि उतने में परिजनों ने वार्ड का दरवाजा बंदकर तोड़फोड़ शुरू कर दिया।
नर्स ने आरोप लगाया कि स्टॉफ रूम में बैठे एक युवक ने हम लोगों के साथ हाथापाई शुरू कर दी तो हम वहां से भागकर बाथरूम में छिप गए और किसी तरह अपनी जान बचायी। इसी बात से नाराज नर्सों ने कार्य बहिष्कार कर दिया है और धरने पर बैठ गई है। नर्सों का कहना है कि जब तक आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी हम लोग का धरना प्रदर्शन ऐसे ही चलता रहेगा। नर्सों ने कहा कि अभी प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई और न ही कोई अधिकारी अभी तक आया है।
