वाराणसी। लॉक डाउन में राशन बांटने के नाम पर अब राजनीति शुरू हो गई है। गैर बीजेपी पार्षदों का आरोप है कि सरकार की तरफ से मिलने वाली राहत सामग्री और राशन उन्हें नहीं दिया जा रहा है। जिससे उनके क्षेत्र के लोगों को सही समय पर राशन नहीं मिल रहा है। लोग पार्षदों के पास जाकर राशन और सरकारी राहत सामग्री की मांग कर रहे हैं, लेकिन उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। उसी को लेकर गैर बीजेपी पार्षद जिलाधिकारी कार्यालय जाकर अपनी आपत्ति दर्ज कराई।
संपूर्ण भारत में लॉक डाउन लागू होने के बाद गरीब व असहाय लोगों को सरकारी राशन किट उपलब्ध कराया जा रहा है। अब इस राशन किट को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है। विभिन्न क्षेत्रों के गैर बीजेपी पार्षदों ने राशन किट को लेकर सवाल खड़ा किया है। पार्षदों का कहना है कि शासन द्वारा राशन किट उपलब्ध कराया गया लेकिन भाजपा के कुछ कार्यकर्ताओं और नेताओं द्वारा अपने बड़े नेताओं को खुश करने के लिए यह राशन किट उन लोगों को उपलब्ध कराया जा रहा है जिनको राशन की आवश्यकता भी नहीं है। पार्षदों ने आरोप लगाया है कि जरूरतमंदों में राशन उपलब्ध नहीं हो पाया है। जिसे लेकर क्षेत्रीय जनता हमेशा हम पार्षदों के पास पहुंचकर राशन मांग रही है। जबकि हमारे पास राशन किट उपलब्ध ही नहीं कराया गया जिसको लेकर हम लोगों ने तहसील में धरना दिया था। परंतु कोई सुनवाई नहीं हुई। इसी बात को लेकर गैर बीजेपी पार्षदों के दल जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचा और अपनी आपत्ति दर्ज करवाई।
