वाराणसी। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए के समाप्ति के बाद कश्मीर की वर्तमान स्थिति व भविष्य के परिप्रेक्ष्य पर चर्चा करने के लिए बीएचयू के स्वतंत्रता भवन में बुधवार को व्याख्यान का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए भारतीय सेना के पूर्व अधिकारी व कश्मीर केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कुलाधिपति और बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा समेत कई विद्वतजन स्वतंत्रता भवन पहुंचे हैं।
“अनुच्छेद 370 और 35 ए के निरस्तीकरण का कश्मीर पर प्रभाव” विषयक इस व्याख्यान में सभी विद्वतजनों द्वारा संबंधित विषय पर अपना पक्ष रखा जायेगा। साथ ही इस निर्णय के दूरगामी परिणामों पर भी वक्ताओं द्वारा पक्ष रखा जायेगा। इस संबंध में जानकारी के लिए जहां बड़ी संख्या में छात्र, छात्राएं व्याख्यान कार्यक्रम में पहुंचे हैं, तो वहीं प्रदेश के राज्यमंत्री रविन्द्र जायसवाल, मंत्री अनिल राजभर समेत अन्य विधायकगण भी कार्यक्रम में उपस्थित हैं।
कार्यक्रम का शुभारंभ महामना की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया। इस अवसर पर बतौर मुख्य वक्ता भारतीय सेना के पूर्व सैन्य सचिव व वर्तमान में कश्मीर केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कुलाधिपति लेफ्टिनेंट जनरल सैय्यद अता हसनैन विषय के ऊपर अपने विचार रखेंगे। भारतीय सेना के पूर्व अधिकारी हसनैन का कश्मीर में लंबा कार्यानुभव रहा है।
बता दें कि चाहे कश्मीर में सेना के विशेष कोर की नियुक्ति हो या करगिल आदि की लड़ाई या कश्मीर घाटी में उग्रवाद को ख़त्म करना हो, सैय्यद अता हसनैन का प्रयास सराहनीय रहा है।
