वाराणसी। बाढ़ की विभीषिका से अक्सर कई जिन्दगियां काल के गाल में समा जाती हैं । ऐसी स्थिति में यदि हम थोड़ा हिम्मत रखें तो अपने साथ-साथ परिवार की भी जान बचा सकते हैं,वो भी उन चीजों से जिसे हम कबाड़ समझ के फेंक देते हैं । कैसे? देखिए इस विशेष रिपोर्ट में –
बाढ़ के कहर से पूरा यूपी ग्रस्त हैं । सूबे के कई शहर बाढ़ में डूबे हुए हैं । अक्सर बाढ़ के कारण उनमें फंसे कुछ लोगों की जान भी चली जाती है, लेकिन यदि हम इन बातों का ध्यान रखें तो बाढ़ के पानी में हम डूबेंगे नहीं बल्कि इस माध्यम से किनारे आ सकते हैं ।वो माध्यम कोई और नहीं बल्कि वो सामान है, जिसे हम फेंक दिया करते हैं कबाड़ समझ के । ये समान हैं प्लास्टिक के बोतल,नारियल या फिर लकड़ियां और तो और छोटे से छोटा गैलन भी। इन सामानों को बाढ़ में प्रयोग कर बाकायदा बाढ़ के पानी से निकल नदी के किनारे आ सकते हैं ।
पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में एनडीआरएफ ने बाकायदा ऐसे सामानों का एक्सिबिशन लगाया और बताया कि कैसे इन चीजों का उपयोग करना है । घर में रखे इन सामानों को हम रस्सी में बांधकर बाढ़ के बहते पानी में उतर सकते हैं और खुद ब खुद तैरते हुए हम अपनी जान बचा सकते हैं । यही नही एनडीआरएफ ने इन सामानों के प्रयोग करने के लियर बाढ़ राहत शिविर में रह रहे लोगो को बताया भी और उन्हें जागरूक भी किया।
वाराणसी में कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जहां तकरीबन हर साल दो साल में बाढ़ की विभीषिका देखी जा सकती है, ऐसे में ये जुगाड़ उन्हें सहारा जरूर दे सकता है और साथ ही जीवनदान भी । तो आप भी इसे याद रखिये और अपने आसपास के लोगों को बताइए भी ताकि यदि वो कभी फसें तो उनकी जान ऐसेकबाड़के माध्यम से बच सके ।
