मऊ। जिले के कोतवाली क्षेत्र में बना रेलवे फाटक दसको से आम जनता के लिए किसी मुसीबत से कम नहीं है। चुनाव के दौरान यह नेताओं के लिए चुनावी मुद्दा भी रहा है। चुनाव के दौरान नेता जिले के जनता से वादा तो करता है कि इस रेलवे फाटक पर अन्डर ब्रिज या फिर ओवर ब्रिज बनेगा।
जिले की परेशान जनता अब नेताओं को जुमलेबाज और धोखेबाज से नवाजना शुरु कर दिया है। वही बीजेपी नेता कभी इसको बनवाने की बात करते है। जिले का यह रेलवे फाटक 24 घन्टे दर्जनों बार बन्द होता है। जिससे परेशान जनता वर्षो से मांग करती चली आ रही है कि यहा पर अन्डर ब्रिज या वोवर ब्रिज का निर्माण हो। जनता की मांग को जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने जायज बताते हुए कहा कि रेलवे फाटक की समस्या को दूर करने के लिए जिला प्रशासन की तरफ से पूरी कार्रवाई कर शासन स्तर पर भेज दिया गया है।
बता दे कि यह रेलवे फाटक संख्या 0/B नगर को दो हिस्सों में बांटता है. यहां से लगभग 55 से 60 ट्रेनें गुजरती है। यहां ट्रेन पास कराने के लिए फाटक बंद करना पड़ता है। इससे भयंकर जाम लग जाता है।जिले के इस रेलवे फाटक को हटाने की मांग वर्षों से होती आ रही है।
निरीक्षण भवन के पास बने इस फाटक के एक तरफ आजमगढ़ मोड़ से पहले जिले के डिग्री कॉलेज, रेलवे स्टेशन, रोडवेज, महिला जिला अस्पताल है। वहीं आजमगढ़ मोड़ के आगे प्रमुख निजी अस्पताल, स्टेट बैंक, जिला अस्पताल, कलेक्ट्रेट आदि स्थित है। फाटक की दूसरी तरफ सिन्धी कॉलोनी, सदर चौक, मिर्जाहादीपुरा, नगर पालिका है। वहीं सड़क ढेकुलियाघाट पुल होते हुए नगर से बाहर कोपागंज और बलिया की ओर जाती है. ऐसे में रेलवे फाटक से होकर प्रतिदिन हजारों वाहनों का आवागमन होता है।
