लखनऊ। यूपी में अब विदेशी नागरिकों के पहचान के लिए अभियान चलाया जाएगा। एनआरसी के तर्ज पर इसकी रूप रेखा तैयार कर ली गयी है। अवैध रूप से जो भी विदेशी प्रदेश में रहते है उसकी पहचान की जाएगी।
बता दें कि योगी सरकार फर्जी दस्तावेज बनाने में मदद करने वाले लोगों की पहचान करने में जुटी हुई है, जिसके लिए एनआरसी के तर्ज पर घुसपैठियों के धरपकड़ का काम शुरू किया जाएगा। साथ ही बिचौलियों और विभागीय कर्मचारियों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। जो अवैध रूप से रहने वाले विदेशियों को दस्तावेज बनाने और दिलाने में मदद करते हैं।
जानकारी के अनुसार जो खाका तैयार किया गया है। उसके अनुसार हर शहर में रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड या फिर सरकारी जमीनों पर बसने वाली नई बस्तियों की पहचान की जाएगी। जो बांग्लादेशी या दूसरे नागरिक अवैध रूप से यूपी में बस गए हैं। पुलिस ऐसे लोगों की पहचान करेगी और उनके फिंगरप्रिंट्स के जरिए डेटा जुटाया जाएगा। साथ ही उनके पास के दस्तावेजों को भी सत्यापित किया जाएगा।
