रिपोर्ट- प्रभात
वाराणसी। पीएम मोदी द्वारा अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के विकास के लिए किये जा रहे कार्यों को योगी सरकार के अधिकारियों द्वारा पलीता लगाया जा रहा है। लगभग दो साल साल पूर्व कैंट स्टेशन के समीप निर्माणाधीन पुल का बिम्ब अचानक से गिरने से कई लोगों की मौत हो गई थी।, जिस पर शासन की ओर से सख्ती दिखाते हुए कार्य में पुन: लापरवाही न बरतने का निर्देश दिया गया था। बावजूद इसके शुक्रवार को एक बार फिर यहां एक बड़ी दुर्घटना होते—होते बच गई।
कई दिनों से फ्लाई ओवर पुल का निर्माण कार्य चल रहा था, निर्माण के दौरान रास्ता बंद नहीं किया गया और उसी रास्ते से लोग आवाजाही कर रहे थे। शुक्रवार की शाम को अचानक से पुल की शटरिंग गिर गई, जिसमें दबकर एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को आर्मी का जवान बताया जा रहा है, जिसका इलाज कबीरचौरा अस्पताल में चल रहा है।
बता दें कि इसके पहले भी इसी पुल का एक पिलर गिरने से सैकड़ों लोग दबकर घायल हो गए थे और कई लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें पुल बनाने वाली कार्यदायी संस्था पूरी तरह से जिम्मेदार थी। साथ ही प्रशासन व सेतु विभाग के कई आलाधिकारियों को जिम्मेदार मानते हुए शासन ने उनके विरूद्ध कड़े कदम उठाए थे। भविष्य में दोबारा ऐसी लापरवाही न हो उसके लिए कार्यदायी संस्था सख्त निर्देश दिया गया था। वहीं निर्देशों का किस तरह से पालन किया गया शुक्रवार को उसकी बानगी देखने को मिली।
