वाराणसी। भिखारीपुर स्थित विद्युत मुख्यालय के बाहर विद्युत कर्मचारियों ने उत्पीड़न और निजीकरण के फैसले के विरोध में धरना प्रदर्शन किया है। कर्मचारियों ने प्रांत व्यापी आंदोलन करने का निर्णय लिया है। यदि सरकार ने 19 सितंबर तक कर्मचारियों की मांग नहीं मानी तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक श्री आरपी यादव ने आयोजित सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने मुख्यमंत्री और ऊर्जा मंत्री से प्रभावी हस्तक्षेप करने की मांग की गई। इससे कोई औद्योगिक अशांति ना फैला सकें। वक्ताओं ने सरकार से अपील की है कि यदि 19 सितंबर तक समस्याओं का निदान ना हुआ तो 19 को लखनऊ में होने वाले प्रांतीय सम्मेलन में प्रांत व्यापी आंदोलन किया जाएगा। आरपी यादव ने कहा कि बिजली की दरों में बढ़ोत्तरी के लिए प्रदेश सरकार की नितियां जिम्मेदार है।
भिखारीपुर स्थित विद्युत कार्यालय पर विभिन्न जिलों से भारी संख्या में विद्युत कर्मियों ने सभा में भाग लिया। यदि प्रदेश सरकार पावर कारपोरेशन को अपने हिस्से की बकाया धनराशि प्रदान कर दे तो बिजली कंपनियां मुनाफे में आ जाएगी। उन्होंने सरकार से मांग की है कि बिजली विभाग के कर्मचारियों और अभियंताओं के साथ हो रही मारपीट व जानलेवा हमले के मद्देनजर उन्हें सुरक्षा की गारंटी दी जाए। साथ ही दोषपूर्ण तबादला नीति को निरस्त किया जाए। संविदा कर्मियों को समय से वेतन का भुगतान करने तथा तेलंगाना सरकार की तरह उन्हें नियमित करने और उनके ईपीएफ व एसआई ना भरने वाले ठेकेदार के खिलाफ एफआई आर दर्ज करने की मांग की है।
