जौनपुर। जिले में बारिश सामान्य से भी कम हुई, जिसके चलते एक गांव सूखे के चपेट में आ गया है। धान की खेती कर रहे किसानों के लिए मुसीबत अब लगातार बढ़ती जा रही है। बारिश न होने से मक्का और धान की फसल लगातार सूखती जा रही है। इसकी वजह से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें उभरती जा रही है।
मामला कबरूद्दीनपुर गौराबादशाहपुर का है। जहां 20 प्रतिशत से कम बारिश हुई है। वहीं 20 प्रतिशत से कम बारिश होती है उसे सरकार उस जगह को सूखाग्रस्त घोषित कर देती है, लेकिन जिला प्रशासन की उदासीनता के कारण अभी तक कोई सूखाग्रस्त की रिपोर्ट तैयार कर के शासन को नहीं भेजी गई है।
किसान महेंद्र ने बताया कि बारिश न होने की वजह से मक्का भी नहीं हो रहा है। सिचाईं की व्यवस्था न होने की वजह से धान सूख रहा है। बारिश न होने की वजह से किसान को सबसे ज्यादा नुकसान हो रहा है। अभी तक कोई भी अधिकारी जांच के लिए यहां पर नही आया है। वहीं किसानों का कहना है कि सरकार हमारे जिले को सुखा ग्रस्त घोषित करे।
पूर्व मंत्री जगदीश रॉय ने बताया कि लगातार बारिश की गिरावट का असर जनपद पर पड़ा है। पिछले बार की अपेक्षा इस बार बारिश बहुत कम हुई है। जिसकी वजह से बहुत से लोग धान की बुआई नहीं कर पाए। बिजली मंहगी होने से भी किसानों ने फसल की नहीं ऊगाई। उन्होंने कहा कि सरकार का नियम है कि अगर 15 सितंम्बर तक बारिश नहीं होती है तो जिले को सुखा ग्रस्त घोषित कर दिया जाए।
