चंदौली। जिले में एक चिकित्सक द्वारा खुद को फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या किये जाने का मामला सामने आने के बाद से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है। खास बात यह है कि अब तक आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है, क्योंकि मृतक ने आत्महत्या से पूर्व न ही किसी प्रकार का कोई सुसाइड नोट लिखा है और न ही उसका किसी से कोई विवाद बताया जा रहा है। ऐसे में पुलिस के लिए यह जान पाना मुश्किल हो गया है कि आखिरकार चिकित्सक ने आत्महत्या क्यों किया?
मामला साहबगंज थानान्तर्गत कर्नल मोड़ का है, जहां एक निजी नर्सिंग होम गुरूदेव के संचालक व 40 वर्षीय डॉक्टर मोनू सिंह द्वारा सोमवार को नर्सिंग होम में ही फांसी का फंदा लगाकर ईहलीला समाप्त कर ली गई। इसकी सूचना उनके स्टॉफ ने पुलिस को दी, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दी और मामले की जांच पड़ताल में जुट गई।
नर्सिंग होम की स्टॉफ प्रतिमा चौहान ने बताया कि मृतक डॉक्टर का किसी से कोई विवाद नहीं था और न ही किसी प्रकार की कोई ऐसी समस्या थी। बावजूद इसके उन्होंने क्यों आत्महत्या की यह बता पाना काफी मुश्किल है। हालांकि पुलिस का कहना है कि शव को क्जे में ले लिया गया है और मामले की जांच पड़ताल की जा रही है।
