नई दिल्ली। कोरोना महामारी जैसी आपदा से देश जहां जूझ रहा है, वहीं देश की सबसे बड़ी रिलायंस इंडस्ट्री ऐसे में अपने सामाजिक सरोकार की निभाते हुए आगे आयी है। कोरोना महामारी के कारण देशभर में 3 मई तक लॉकडाउन किया गया है। इस लॉकडाउन की वजह से देशभर में कम ठप है और कई दिहाड़ी मजदूरों को रोज दो वक्त की रोटी भी नहीं मिल पा रही हैं। ऐसे में रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन नीता अंबानी ने देशभर के 3 करोड़ लोगों का पेट भरने के लिए मुफ्त भोजन योजना की शुरुआत की है। इस योजना का नाम ‘मिशन अन्न सेवा’ है ये दुनिया में किसी भी कॉरपोरेट द्वारा संचालित सबसे बड़ा मुफ्त भोजन कार्यक्रम है। पूरी दुनिया में अपने आप में पहला सबसे बड़ा कॉरपोरेट फाउंडेशन द्वारा मिशन अन्न सेवा का ये कार्यक्रम होगा।
आपको बता दें कि मिशन अन्न सेवा के तहत परिवारों को पका हुआ भोजन, रेडी टू ईट फूड पैकेट, ड्राई राशन किट के साथ ही सामुदायिक रसोई के लिए थोक राशन लोगों को प्रदान कर रहा है। ये मिशन गरीब, झुग्गी-झोपड़ी,वृद्धाश्रम, कारखाने के मजदूर, अनाथालय, पुलिस कर्मियों आदि को रोजाना भोजन दिया जा रहा है। इस कड़ी में देश के 3 करोड़ जनता का रोजाना पेट भरा जा रहा है। रिलायंस फाउोंडेशन ने अब तक 16 राज्यों और 1 केंद्र शासित प्रदेश के 68 जिलों में 2 करोड़ से अधिक भोजन वितरित कर चुका है। इतना ही नहीं रिलायंस ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में विभिन्न राहत कोषों में 535 करोड़ रुपये का योगदान दिया है, जिसमें PM-CARES कोष में 500 करोड़ रुपये शामिल है।
नीता अंबानी ने कर्मचारियों को भेजे एक संदेश में कहा, ‘‘कोविड-19 दुनिया के लिए, भारत के लिए और मानवता के लिए एक अभूतपूर्व महामारी है। यह एक मुश्किल समय है।’’उन्होंने कहा कि कंपनी के कर्मचारियों और उनके परिवारों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा, ‘‘मिशन अन्न सेवा के माध्यम से हम पूरे देश में वंचित समुदायों और अग्रणी कार्यकर्ताओं को तीन करोड़ से अधिक खाने के पैकेट देंगे।’’
