वाराणसी। चाइना से निकला कोरोनावायरस धीरे-धीरे विश्व के लगभग देश में फैला चुका है। भारत में कर्फ्यू जैसा माहौल हो गया है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में लोग एक दूसरे के संपर्क में आने को लेकर कई कदम उठा रहे हैं। इसी कड़ी में अब जिला जेल और सेंट्रल जेल में बंद कैदियों से मुलाकात करने वाले परिजनों को 31 मार्च तक के लिए प्रतिबंधित कर दिया है।
कोरोना के चलते शहर में कर्फ्यू जैसा माहौल हो चुका है। जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला जेल और सेंट्रल जेल में कैदियों को उनके परिजनों से नहीं मिलने दिया जाएगा। लगातार बढ़ रहे संक्रमण के खतरे को देखते हुए ऐसा निर्णय लिया गया है। 31 मार्च तक दोनों ही जेल में मुलाकात के ऊपर रोक लगा दी गई है लेकिन सबसे बड़ी समस्या उन लोगों के साथ है जिन्हें घर से खाने पीने की चीजें, जरूरी सामान मुहैया कराया जाता था जिसमें दवाएं पैसे इत्यादि चीजें शामिल हैं।
सड़क संक्रमण से बचाव के लिए कदम उठाए जाने के बाद उन कैदियों के लिए मुसीबत खड़ी हो गई है जो हाल में ही जेल में बंद किए गए हैं क्योंकि उनके पास जरूरत की चीज उपलब्ध नहीं है। ऐसे में उन कैदियों के लिए 31 मार्च तक जीवन बसर करना काफी मुश्किल साबित होगा। जेल में बंद कुछ कैदी ऐसे भी होंगे जो किसी बीमारी से ग्रसित होंगे ऐसे में कैदियों तक दवाई पहुंचना भी जरूरी है। बहराल कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जरूरी कदमों में से एक उचित कदम ये भी है ताकि जेल में बंद कैदियों को संक्रमण से बचाया जा सके।
