रिपोर्ट- राहुल पांडेय
गाजीपुर। जिले के विशेश्वरगंज स्थित इमामबाड़े में कर्बला के 72 शहीदों का ताबूत देख जायरीनों की आंखें नम हो गई। मंगलवार की सुबह से ही हजारों की संख्या में आये मोमिनो ने जियारत की। वहीं मौलाना सैयद हसन ने बताया कि दुनिया में इमाम हुसैन का नाम हर कौम के लोग लेते हैं। साथ ही इमाम ने सारी दुनिया को इंसानियत और प्रेम का पैगाम दिया है।
बता दें कि मुहर्रम यानि गम का महीना जो दो माह आठ दिन तक चलता है, जिसमें शिया समुदाय के लोग विभिन्न प्रकार के आयोजन आयोजित करते रहते हैं। इस दौरान गाजीपुर के विशेश्वरगंज स्थित इमामबाड़े में कर्बला में अपने 72 साथियों के साथ शहीद हुए इमाम हुसैन व उनके 72 साथियों के याद में कर्बला-ए-ताबुत को निकाला जाता है।
कार्यक्रम की शुरुआत लियाकत अली की खोजख्वानी से हुईl मौलाना सैयद हसन ने बताया कि 14 साल पहले कर्बला के मैदान में इमाम हुसैन और उनके साथियों को भूखे प्यासे मार दिया गया था। उन्ही के याद में हम आज के दिन जनाजा उठाते है। साथ ही उनकी शहादत को याद किया जाता है। साथ ही उन्होंने कहा कि इस्लाम कभी आतंकवाद की बात नहीं करता। इस्लाम कहता है कि गरीबों की मदद करो। धर्म के नाम पर किसी के साथ अत्याचार मत करोl
