मऊ। मिर्जापुर के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में मिड-डे मील के नाम पर बच्चों को नमक-रोटी खिलाने का वीडियो वायरल हुआ था। इस पर डीएम अनुराग पटेल ने शनिवार को एबीएसए बृजेश सिंह को निलंबित करते हुए बीएसए को भी कार्यमुक्त कर दिया। ऐसा ही एक मामला जनपद मऊ में देखने को मिला है, जहां पर एक बीएसए शिक्षिका से अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते नजर आ रहे हैं।
बीएसए ने इस भाषा का प्रयोग जब किया तब शायद उन्हें यह पता नहीं था कि कोई उनका वीडियो बनाकर वायरल कर देगा। वीडियो के वायरल होने के बाद चारों तरफ बीएसए के द्वारा कहे गए इस शब्द की निंदा की जा रही है।
बता दें कि बीएसए ओपी त्रिपाठी द्वारा लगातार प्राथमिक स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था पर नज़र रखी जा रही है। प्राथमिक शिक्षा में गुणवत्ता हेतु वह खुद स्कूलों का दौरा कर बेहतर शिक्षा का माहौल बनाने में लगे हुए हैं। 20 अगस्त को बीएसए कम्पोजिट विद्यालय सूरजपुर, दोहरीघाट में एक स्कूल में औचक निरीक्षण करने पहुंचे। यहां उन्होंने बच्चों से बातें की, सवाल पूछे और उनके लिये तालियां भी बजवाई, लेकिन अतिउत्साह में बीएसए शब्दों की मर्यादा भूल गए।
वीडियो में शिक्षिका के लिए उन्होंने सीधे तौर पर अभद्र भाषा प्रयोग करते नजर आ रहे हैं। बीएसए ने कहा कि मैडम हम तो अभी चले जाएंगे, लेकिन उसके बाद तुम लोग फिर वही….. नमक विभाग का खाओ और काम…..। अब सवाल यह उठता है कि किसी महिला के लिये वो भी सार्वजनिक जगह पर इस तरह का शब्द प्रयोग कर उसके आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाना कितना उचित है?
