रिपोर्ट– अभिषेक
वाराणसी। लगभग पूरा विश्व इन दिनों कोरोना वायरस की दंश झेल रहा है। धर्म की नगरी काशी में ज्योतिष गणना के आधार पर तमाम बीमारियों का पता लगाया जा सकता है। इसी कड़ी में कोरोना जैसी महामारी को लेकर भी ज्योतिष गणना की गयी जिसमें कुछ रोचक तथ्य सामने आये हैं। ज्योतिष विद्या में हर चीज का निदान छिपा होता है। आज उसी के माध्यम से ज्योतिष के गुरु जितेंद्र मोहन ने कोरोना वायरस को लेकरज्योतिष गणना किये हैं,जिसके अंतर्गत उन्होंने कोरोना की भारत में अवधि काल को बताते हुए कुछ निदान बताये हैं।
शास्त्रों के ज्ञान पंचांग की मानी जाए तो कोरोना का आरम्भ कर्क लग्न के अनुसार चंद्रमा पर कर्क और मंगल के दृष्टि पड़ने से देश में कोरोना जैसे विनाशकारी महामारी स्थिति बनती दिख रही है। भारतीय पंचांग के अनुसार सूर्य आगामी 15 अप्रैल को अपने स्वामी मंगल में प्रवेश करेगा, जिसके बाद विनाशकारी कोरोना महामारी देश से समाप्त हो जायेगा। भारत में इस महामारी की समाप्ति 15 अप्रैल से होने लगेगी।
वहीं दूसरे बड़े देशों में अरब एवं शीतल स्थानों पर इसका महा प्रकोप जारी रहेगा। जिन की अवधि धीरे-धीरे समाप्त होगी। ऐसे में इन रोगें से बचने के लिए साधक सूर्य उपासना कर सकते हैं। बीते अनंत कालों में भी महामारी ज्योतिष शास्त्र एवं अध्यात्म से इनका निदान किया गया है। काशी के बटुक भैरव मंदिर परिसर के महंत जितेंद्र मोहन पुरी (विजय गुरु) कहते हैं जहां तमाम देश विदेश कोरोना जैसे महामारी का शिकार हो रहा है. वहीं भारत में इसकी अवधि अगले 15 अप्रैल तक समाप्त हो जाएगी। साधकों को इससे बचने के लिए रोज सुबह सूर्य उपासना करनी चाहिए। सुबह सर्वप्रथम स्नान कर सूर्य को जल अर्पण करें एवं ओम सूर्याय नमः, ओम भास्कराय नमः मंत्रों का जाप करें। सूर्य उपासना से कोरोना जैसी महामारी से देश को निजात मिल जाना संभव है।
